देश की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• वृदà¥à¤§à¤¿ के लिठबैंको की कठCourse- INDIAN BUSINESS PARTY-VIEWS > देश की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• वृदà¥à¤§à¤¿ के लिठबैंको की कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ में 360 डिगà¥à¤°à¥€ की बदलाव की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। वैसे à¤à¥€ हमारी बैंकिंग पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ 70 साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ हो चà¥à¤•à¥€ है और नठयà¥à¤— की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं से बहà¥à¤¤ पीछे है। इन दिनो हर अखबार में NPA/Bank Default की चरà¥à¤šà¤¾ खूब है जबकि NPA दरअसल बैंकों की बीमार कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ का Indicator है। RBI या à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार तो NPA मसले पर सिरà¥à¤« पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• उपचार कर रही है, बीमारी का इलाज तो हो ही नही रहा है। à¤à¤¸à¤¾ नहीं है कि विजय मालà¥à¤¯à¤¾ के विदेश à¤à¤¾à¤—ने के बाद यह सिलसिला रà¥à¤• जाà¤à¤—ा। अà¤à¥€ तो न जाने कितने मालà¥à¤¯à¤¾ पैदा हो सकते हैं। सरकारी बैंक जनता के पैसों पर बड़े औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक घरानों को बड़े आराम से करà¥à¤œ देते है। कहने की जरूरत नहीं है कि ये घराने कहीं न कहीं किसी खास राजनीतिक पारà¥à¤Ÿà¥€ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ होते हैं। इंडियन बिजनेस पारà¥à¤Ÿà¥€ बैकों की कारà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ में à¤à¤¾à¤°à¥€ बदलाव लाने का पà¥à¤°à¤œà¥‹à¤° समरà¥à¤¥à¤¨ करती है। आपके सà¥à¤à¤¾à¤µ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ हैं । PRV MENU NEXT